Tuesday, 7 October 2008

बटला हाउस मुठभेड़ से जुड़े कुछ तथ्य, कुछ सवाल ?

दिल्ली में बटला हाउस मुठभेड़ से जुड़े तथ्य

१. मुठभेड़ में दि्ल्ली पुलिस स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा की मौत
२. मुठभेड़ में दो युवक अतिफ अमिन और मोहम्मद साजिद मारे गए
३. मुठभेड़ के बाद एक युवक मोहम्मद सैफ़ गिरफ़्तार

मुठभेड़ का समय
मुठभेड़ के समय को लेकर अलग-अलग समाचार पत्रों और चैनलों ने अलग अलग दावा किया...दैनिक जागरण बताता है कि मुठभेड़ ग्यारह बजे शुरू हुई तो इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक ये समय सुबह का नौ बजकर पैंतालिस मिनट था...हिंदुस्तान टाइम के मुताबिक दस बजकर तीस मिनट तो अमर उजाला के मुताबिक मुठभेड़ शुरू हुई दस बजकर पैंतालिस मिनट पर...न्यूज़ चैनलों का भी यही हाल है

कितानी देर चली मुठभेड़
हिंदुस्तान टाइम्स की माने तो मुठभेड़ पंद्रह मिनट चली...वहीं इसे हिंदी संस्करण दैनिक हिंदुस्तान का कहना है कि मुठभेड़ नब्बे मिनट चली...टाइम्स आफ इंडिया की माने तो मुठभेड़ पच्चीस मिनट में खत्म हो गई..वही मेल टु़डे बताता है कि मुठभेड़ तीस मिनट चली...वीर अर्जुन कहता है कि मुठभेड़ तीस से पैंतिस मिनट चली...वहीं राष्ट्रीय सहारा उर्दू की माने तो मुठभेड़ दो घंटे चली...अमर उजाला कहता है कि मुठभेड़ एक घंटा पंद्रह मिनट चली और पंजाब केसरी कहता है कि मुठभेड़ एक घंटा चली

कितनी राउंड गोली चली
टाइम्स आफ इंडिया के मुताबिक पच्चीस राउंड गोली पुलिस ने चलाई और आठ राउंड गोली आतंकियों ने चलाई...इंडियन एक्सप्रेस ,हिंदू,दैनिक हिंदुस्तान, पंजाब केसरी, राष्ट्रीय सहारा उर्दू बताते हैं कि पुलिस ने बाईस राउंड गोली चलाई..लेकिन ये सभी अख़बार आंतकियों की तरफ से की गई फायरिंग पर चुप हैं....राष्ट्रीय सहारा हिंदी और अमर उजाला बताते हैं कि पुलिस ने बाईस राउंड गोली चलाई और आतंकियों ने आठ राउंड गोली चलाई..नवभारत टाइम्स कहता है कि पुलिस और आतंकी दोनों के पास ए के ४७ था

घटनास्थल से क्या मिला
राष्ट्रीय सहार हिंदी बताता है कि घटनास्थल से पुलिस को एक एके ४७ दो .३२ बोर की पिस्टल, एक कंप्यूटर और किताबें मिली...पंजाब केसरी बताता है कि पुलिस को एक एके ४७,दो पिस्तौल औरएक कंप्यूटर मिला...अमर उजाला बताता है कि पुलिस को दो एक एक के ४७ .३० बोर की पिस्टल, दो लैपटाप, एक दर्जन मोबाइल, और छे पेन ड्राइव मिले...नवभारत टाइम्स कहता है कि पुलिस को एक के ४७.३० बोर की पिस्टल, दो लैपटाप और बीस जिंदा कारतूस मिले...दैनिक हिंदुस्तान बताता है कि एक एक के ४७ दो पिस्तौल और कुछ दस्तावेज मिले...वीर अर्जुन बताता है कि एक एक के ४७ .३० बोर की पिस्टल, ज़िंदा कारतूस और दसी कट्टे बरामद हुए...

घटना स्थल पर कितने पुलिसवाले मौजूद थे.
इंडियन एक्प्रेस बताता है कि शर्मा के साथ पांच और पुलिस वाले मौजूद थे...वीर अर्जुन की माने तो पचास पुलिस वाले मौजूद थे...नवभारत टाइम्स के मुताबिक कुल चौबिस पुलिस वाले घटनास्थल पर मौजूद थे...अमर उजाला कि रिपोर्ट कहती है कि बाइस पुलिस वाले वहां मौजूद थे...

मोहन चंद शर्मा को कितनी गोलियां लगी...
टाइम्स आफ इंडिया, इंडियन एक्प्रेस, मेल टुडे, हिंदू, वीर अर्जुन, राष्ट्रीय सहारा हिंदू के मुताबिक मोहन चंद शर्मा को तीन गोलियां लगी...नवभारत टाइम्स कहता है कि कुल चार गोलियां लगी..जनसत्ता का कहना है कि मोहन चंद शर्मा को कुल पांच गोलियां लगी..राष्ट्रीय सहारा उर्दू की माने तो कुल चार गोलियां मोहन चंद शर्मा को लगीं....अमर उजाला कहता है कि कुल चार गोलियां लगी...
और आखिर में पोस्टमार्टम रिपोर्ट बताती है कि मोहन चंद शर्मा को कुल दो गोली लगी थी

मोहन चंद शर्मा के बार में क्या कहते हैं अख़बार
हिंदुस्तान टाइम्स बताता है कि शर्मा ने ७५ अपराधियों को मार गिराया था...टाइम्स आफ इंडिया कहता है कि ३५ आतंकियों और ८० अपराधियो को मारा था मोहन चंद शर्मा ने...इंडियन एक्प्रेस का आंकडा ७५ अपराधियों और ३५ आतंकियों का है...अमर उजाला की माने तो ३५ आतंकी और ४० गैंगस्टर को मारा था मोहन चंद शर्मा ने....

हमने आपके सामने सारे तथ्य रखे...ये वो तथ्य हैं जो दिल्ली पत्रकार संघ ने बटला हाउस मुठभेड़ पर तैयार की गई अपनी रिपोर्ट में पेश किया है...अगर इन तथ्यों को ध्यान से देखें तो पता चलता है कि इस घटना की रिपोर्टिंग में हमारे पत्रकारों और अख़बारों ने कितना घालमेल किया...ये घटना राजधानी दिल्ली की है..यहीं से सारे अखबार छपते हैं और सारे न्यूज़ चैनल्स चलते हैं...अगर दिल्ली की घटना से जुड़े तथ्यों में इस कदर घालमेल है तो आप खुद अंदाज़ा सकते हैं कि दूर-दराज से आने वाली रिपोर्ट्स में आपको कितनी सच्ची जानकारी मिल पाती है...

2 comments:

मधुरेंद्र पाण्डे said...

tathon ki parakh karana achacha laga..lekin sochna sirf ye hai ki trp ki daor main aap kis kis ko samjha payenge ki kya sahi tha kya galat...apne sawal achche uthaye..lekin jahan tak apke apne view ki baat hai saff to vo bhi nahi hai..aap bhi nahi jante ki ghatna ki sachchai kya hai..matlab saff hai ....confusion main apni tadka lagane ki koshish ki..aur chulha jalana bhool gaye...a

manoj said...

achcha jankari hai