Tuesday 14 October, 2008

उफ ये अमरवाणी

समाजवादी पार्टी के बात बहादुर नेता अमर सिंह ने एक बार फिर एक अगल मुद्दे पर मुंह खोला है...बात बहादुर अमर सिंह ने उद्योगपति रतन टाटा के गुड एम और बैड एम से जुड़े बयान पर उनके खिलाफ़ केस दर्ज कराने की बात कही है.. अमर सिंह ने पश्चिम बंगाल समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष से कहा है कि वो रतन टाटा के ख़िलाफ़ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराएं.... इस बार ममता बनर्जी के पक्ष में खड़े होते हुए अमर सिंह ने रतन टाटा के ख़िलाफ़ मोर्चा खोला है...गौरतलब है कि नैनों प्रोजेक्ट को सिंगूर से साणंद ले जाते समय रतन टाटा ने कहा था कि एक गुड एम है तो दूसरा बैड एम... अब अमर सिंह कह रहे हैं कि नरेंद्र मोदी ने गुजरात को जलाया वो कैसे गुड एम हो सकते हैं....अमर सिंह का कहना है कि ममता बनर्जी ने पूरी उम्र गरीबों की लड़ाई लड़ी लिहाजा वो बैड एम कैसे हो सकती हैं... 
अमर सिंह के सवाल अपनी जगह जायज हो सकते हैं...उनका तर्क सही है...लेकिन क्या अमर सिंह से ये नहीं पूछा जा सकता की वो गुए ए हैं यै बैड ए... जो आदमी बटला हाउस मुठभेड़ के बाद इंस्पेक्टर एम सी शर्मा के घर जाता है...उनके परिजनों से संवेदना जताता है और आर्थिक मदद करता है...वही आदमी बटला हाउस पहुंचने पर मुठभेड़ को फ़र्ज़ी करार देता है...वही आदमी मुठभेड़ में शहीद एक इंस्पेक्टर पर हज़ार सवाल उठाता है आखिर वो क्या है.... ये वहीं अमर सिंह हैं जो सिमी पर प्रतिबंध के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाते हैं...क्या हम अमर सिंह से नहीं पूछ सकते हैं कि रतन टाटा से सवाल पूछने से पहले आप बतायें की आप क्या हैं गुड ए या बैड ए

No comments: