और आईए अब खुलासा करते हैं प्राचीन कंप्यूटर से जुड़े रहस्यों का....वैज्ञानिकों को ये प्राचीन कंप्यूटर जिस हालत में मिला था उससे...उसके बारे में कुछ भी समझ पाना काफी मुश्किल था लेकिन ग्रीस के पुराने साहित्यों से मिली जानकारी के आधार पर वैज्ञानिकों ने इस यंत्र की कड़ी को आपस में जोड़ना शुरू कर दिया...लेकिन हज़ारों साल बीत जाने के कारण वैज्ञानिकों को इसमें काफी मुश्किलें आईं। लेकिन इस यंत्र में छिपे रहस्य वैज्ञानिकों में काफी उत्साहित कर रहे थे...आखिरकार उन्होने इसके लिए कंप्यूटर एक्स-रे तकनीक का सहारा लिया। इसके बाद यंत्र से जुड़े सभी राज एक-एक करके सामने आने लगे।
रहस्यों पर से जैसे-जैसे पर्दा उठता जा रहा था वैसे-वैसे वैज्ञानिकों की हैरानी भी बढ़ती जा रही थी। वैज्ञानिकों को ये उम्मीद नहीं थी कि दो हज़ार साल पहले की तकनीक इतनी विकसित होगी। वैज्ञानिक जिस निष्कर्ष पर पहुंचे उसके मुताबिक...ये प्राचीन कंप्यूटर खगोलीय गतिविधियों पर नज़र रखता था और इससे ग्रहों और नक्षत्रों पर आधारित भविष्यवाणियां भी की जाती थी। ये कंप्यूटर कुंडली में सूर्य और चंद्रमा के स्थान परिवर्तन के बारे में भी सटीक जानकारी देता था। इसके अलावा इस यंत्र से चंद्रग्रहण और सूर्यग्रहण के बारे में भी सटीक भविष्यवाणी की जाती होगी। वैज्ञानिकों को और ज़्यादा हैरानी ये बात जानकर हुई कि ये प्राचीन कंप्यूटर दो हज़ार साल पहले ही चंद्रमा के कक्षा के बारे में जानकारी रखता था।
यहां पर ये बात भी काफी दिलचस्प है कि इस यंत्र के बाद 18वीं शताब्दी तक इतने विकसित किसी यंत्र का निर्माण नहीं हो पाया था। वैज्ञानिक अब इस बात का भी पता लगाने में जुटे हुए हैं कि इस तरह के और कितने यंत्र दो हज़ार साल पहले ग्रीस में मौजूद थे। हालांकि वैज्ञानिकों ने एक बात जरूर मानी है कि जिस जमाने में इस यंत्र का अविष्कार हुआ था उससे उस अविष्कारक के अपार बौद्धिक क्षमता का पता चलता है.
Wednesday, 16 September 2009
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2 comments:
रोचक जानकारी.
इसकी फ़ोटो भी पोस्ट कर देते तो और भी बढिया होता.
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