Monday, 7 September 2009

चमत्कारी दांत

आज हम जिक्र कर रहे हैं एक चमत्कारी दांत की..इस दांत ने पुरातत्व विशेषज्ञों को भी हैरत में डाल दिया है...इसने करोड़ों साल के इतिहास को एक झटके में बदल दिया है.. ये दांत करोड़ों साल पुराना है और ये गुजरात में मिला है। इस दांत के मिलने से कई रहस्यों पर से पर्दा हट गया है.. ये दांत मिला है गुजरात के वस्तन कोयला खादान में। इस दांत ने वैज्ञानिकों के उस धारणा को ग़लत साबित कर दिया है जिसमें ये माना गया है कि मानव के विकास की शुरूआत अफ्रीका से हुई...और धीरे-धीरे पूरे विश्व में फैला। लेकिन अब तक अफ्रीका और आस-पास के देशों में जो जीवाश्म मिले हैं वो चार से पांच करोड़ साल ही पुराने हैं। ऐसे में पांच करोड़ साल से भी पुराने जीवाश्म का भारत में मिलना वाकई चौंकाने वाली ख़बर है। अफ्रीका और ख़ास करके इजिप्ट में मिले जीवाश्म के आधार पर मानव के विकास की कई कड़ियों को जोड़ने में सफलता मिली थी लेकिन एशिया में जिस तरह से लगातार मानव के शुरूआती रूपों के जीवाश्म मिले हैं उससे अब ये भी कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं मानव इतिहास की शुरूआत एशिया से ही तो नहीं हुई थी और कहीं उसके बाद की कड़ी अफ्रीका तो नहीं पहुंच गई थी।
चलिए ये तो बात हुई उस धारणा की जिसके आधार पर वैज्ञानिक मानव विकास की कड़ियों को आपस में जोड़ रहे हैं। लेकिन अब एक बार फिर बात करते हैं उसी पांच करोड़ साल से भी ज़्यादा पुराने दांत की। इस दांत के विश्लेषण से इस बात का खुलासा हुआ है कि ये जिस प्राणी का है वो एक छोटे कद का लंगूर जैसा हो सकता है और उसका भोजन फल-फूल और छोटे-छोटे कीड़े हो सकते हैं। इस बात का खुलासा होते ही अमेरिका के वैज्ञानिकों ने भारत के वैज्ञानिकों से संपर्क साधा और अब वो लगातार IIT में इस दांत पर हो रहे शोध में मदद कर रहे हैं। लेकिन इस नए खुलासे ने एक बात तो जरूर साबित कर दिया है कि शुरू से ही मानव विकास की धुरी भारत ही रहा है...

3 comments:

Mishra Pankaj said...

good post Nice knowledge

शरद कोकास said...

यह अच्छी जानकारी है ।क्रपया इस बात की जानकारी दें कि यह बात किस साइंस जरनल मे और कब प्रकाशित हुई है तथा इसका क्या फालो अप हो रहा है ?

surjeet singh said...

शरद जी, ये जानकारी साईंस डेली नाम के जरनल में प्रकाशित हुई थी...और इस दांत पर शोध जारी है..वैज्ञानिकों को उम्मीद है की वो जल्दी ही मानव विकास की टूटी हुई कड़ी को ढूंढ़ निकालेंगे