अगर आप अभी तक किसी के खर्राटे की मज़ाक उड़ाते थे तो इस ब्लॉग को पढ़ने के बाद उसके ख़तरे के बारे में उनको जरूर आगाह कर दें। क्यों कि खर्राटे मज़ाक का विषय नहीं है। बल्कि ये संकेत करता है आने वाले ख़तरे के बारे में। ये सुनकर आपको अटपटा जरूर लग रहा होगा लेकिन ये सौ फीसदी सच है। और इस सच को सामने लाया है चिकित्सा क्षेत्र के वैज्ञानिकों ने....तो आईए अब आपको बताते हैं कि क्यों आपको खर्राटे से सावधान हो जाना चाहिए। आपने और हमने कभी ना कभी ऐसे शख़्स को सोते हुए जरूर देखा होगा जो नींद में जोर जोर से खर्राटे लेता था...ये अलग बात है कि जगने के बाद वो आपकी बात का ऐतबार नहीं करता हो...। आज हम आपको बता रहे हैं खर्राटे के संदेश के बारे में...हम ये नहीं कह रहे कि खर्राटा लेना अपने आप में कोई बीमारी है लेकिन जिस वजह से आदमी को खर्राटा लेना पड़ता है....दरअसल बीमारी वो है।
अब हम आपको बताने जा रहे हैं कि वो बीमारी क्या है। इस बीमारी को इंग्लिश में स्लीपिंग एपनिया कहते हैं....स्लीपिंग एपनिया होने की स्थिति में सोते वक्त आदमी के गले की पेशी, जीभ और अन्य उत्तक आराम की स्थिति में पहुंच जाते हैं जिससे धीरे-धीरे वो सांस की नली को दबाने लगते हैं और नतीज़ा ये होता है कि...ये नली लगभग बंद होने की स्थिति में आ जाती है। इस स्थिति में फेफड़ों में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है...और जब नली को खोलने के लिए सांस का प्रवाह तेज होता है तो खर्राटे की आवाज़ आने लगती है। जब कभी ये समस्या काफी बढ़ जाती है तो कई बार आपके दिमाग में पहुंचने वाले ऑक्सिजन की मात्रा काफी कम हो जाती है जो दिमाग के उस हिस्से को प्रभावित करती है...जिसका काम किसी चीज को याद रखना है...और यहीं से शुरू हो जाती है भूलने की बीमारी...इस बीमारी में लापरवाही करने की सूरत में आपकी याद्दाश्त भी जा सकती है। इसके अलावा इस बीमारी से आपको डायबीटिज होने की आशंका भी बनी रहती है
इस बीमारी में कई बार आपके दिल में पहुंचने वाले ऑक्सिजन पर भी फर्क पड़ता है जिससे हार्ट अटैक का ख़तरा बना रहता है। जिससे आपकी मौत भी हो सकती है। वैज्ञानिकों ने इस नतीजे पर पहुंचने से पहले हार्ट अटैक हो चुके 132 मरीजों पर दस साल तक शोध किया जिसमें से 23 मरीजों में स्लीपिंग एपनिया की बीमारी पाई गई। एक बात तो तय है कि अगर हमारे शरीर में ऑक्सिजन की तय मात्रा से कमी आई तो उससे परेशानियां आना तो लाजिमी...इसलिए जरूरत है कि हम समय रहते सतर्क हो जाएं और खर्राटे को मजाक ना बनाए...अगर आप भी इस खतरे के संकेत और इससे बचने के उपाय के बारे में जानना चाहते हैं.. तो मेरा कल का पोस्ट जरूर पढ़ें
Sunday, 27 September 2009
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